छंद _विध्वंकमाला
त्यागें न कर्तव्य , कल्याण कारी।
विद्वान आत्मिक , संस्कार-धारी।
हों मानुषी सभ्य , आधार सारी ।
सत्कर्म सात्विक , वेदोपचारी ॥
_________अलका गुप्ता ‘भारती’__
त्यागें न कर्तव्य , कल्याण कारी।
विद्वान आत्मिक , संस्कार-धारी।
हों मानुषी सभ्य , आधार सारी ।
सत्कर्म सात्विक , वेदोपचारी ॥
_________अलका गुप्ता ‘भारती’__