छंदमुक्त कविता
ख़ुशबू में आला रातरानी, जूही है,
हमारा ब्लाक, तहसील तमकुही है।
ये जगह बुद्ध के नाम से अमर है,
हमारा जिला तो भई कुशीनगर है।
गोरखधाम, पूर्वांचल का उर है,
हमारा मंडल तो गोरखपुर है।
गंगा का मैदान, आबादी विशेष है,
हमारा प्रदेश तो उत्तर प्रदेश है।
जहां की सादगी ही पहचान है,
हमारा प्यारा देश तो हिन्दुस्तान है।
नूरफातिमा खातून नूरी
कुशीनगर