चौपट कारोबार
खाली सड़कें हो गई,चौपट कारोबार ।
कोरोना ने कर दिया, सबका बंटाधार ।
सबका बंटाधार, .समस्या आई भारी ।
सेवादार प्रणम्य, निभाते जिम्मेदारी ।
जाहिल जहाँ रमेश,.दे रहे उनको गाली ।
निश्चय बुद्धिविहीन, रखें वे माथा खाली।।
रमेश शर्मा.
खाली सड़कें हो गई,चौपट कारोबार ।
कोरोना ने कर दिया, सबका बंटाधार ।
सबका बंटाधार, .समस्या आई भारी ।
सेवादार प्रणम्य, निभाते जिम्मेदारी ।
जाहिल जहाँ रमेश,.दे रहे उनको गाली ।
निश्चय बुद्धिविहीन, रखें वे माथा खाली।।
रमेश शर्मा.