चैत्र मास
आया है चैत्र मास,
है पावन और खास,
महीना है यह प्रथम,
हर लेता है सारा तम,
फसले हुई सब तैयार,
भर गए अन्न से भंडार,
हो रही जय जय कार,
माँ लाई खुशियाँ अपार,
भक्तो की लगी कतारे,
गूँज रहें है जय जयकारे ,
माँ का यह पर्व आया,
धन समृद्धि वैभव लाया,
नव संवत्सर का है प्रारम्भ,
नव रूप प्रकृति शुभारम्भ,
मिले नव विचार नव चेतना,
माँ हर लेती सबकी वेदना,
—जेपीएल