चेहरे से पता नहीं चलता __ शेर
चेहरे से पता नहीं चलता ,दिल में क्या छुपा है।
नासमझ है वह जो ,चेहरे देखकर ही रुका है।
पहचान होती है जिंदगी में, पल साथ गुजारने पर,
सच्चे ही हमराहियों के आगे जमाना झुका है।।
राजेश व्यास अनुनय
चेहरे से पता नहीं चलता ,दिल में क्या छुपा है।
नासमझ है वह जो ,चेहरे देखकर ही रुका है।
पहचान होती है जिंदगी में, पल साथ गुजारने पर,
सच्चे ही हमराहियों के आगे जमाना झुका है।।
राजेश व्यास अनुनय