चुप बैठ गया
वो जो मुझको रोने चीखने के लिए बोलता था
वो खुद आसमान में जाकर चुप बैठ गया
आज ही हमने चुप्पी तोड़ी आज ही जाना
सुनने वाला इस जहां को ही छोड़ गया
~सिद्धार्थ
वो जो मुझको रोने चीखने के लिए बोलता था
वो खुद आसमान में जाकर चुप बैठ गया
आज ही हमने चुप्पी तोड़ी आज ही जाना
सुनने वाला इस जहां को ही छोड़ गया
~सिद्धार्थ