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12 Nov 2024 · 1 min read

चुनौतियाँ शहरों की

अनगिनत चुनौतियाँ शहरों की
कहने और सुनाने को
इंसान तो क्या पक्षी भी
तरसते एक अदद आशियाने को

ना ज़मीन बची ना पेड़
रह गई तो बस भीङ
हर चीज़ पर हक जताने को
अनगिनत चुनौतियाँ शहरों की
कहने और सुनाने को

चित्रा बिष्ट

Language: Hindi
17 Views
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