चुनाव हो जाए
चलो नेता चुने हम देश
का अब नाम हो जाये
मिला जिस देश में जन्म
उसमें शाम हो जाये
जरूरी है चुनावों में
मिलेगें वोट उन को ही
रखेगा ध्यान जो सबका
उसी का दाम हो जाये
करो मतदान जब तुम
सोच कर के वोट देना है
मरे जो इस वतन पर बस
वही तो राम हो जाये
मिले रोटी गरीबों को
न भूखा तब रहे कोई
जहाँ मेरा तभी सुख
शांति का ही धाम हो जाये
किसी पर हो न ज्यादा जब
किसी पर हो न कम पैसा
बराबर का सभी में जब
बँटे गोदाम हो जाये
डॉ मधु त्रिवेदी