Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Feb 2017 · 1 min read

चुनावी शतरंज

तू डाल डाल चले तो मैं चलूँ पात पात
राजनीति में क्या घात क्या प्रतिघात I

पिता को पटखनी देकर पुत्र ने जीता दंगल
राजनीति में रिश्तों का खूब हुआ अमंगल
जिसके विरोध से अस्तित्व मिला उसे बनाया भाई
सत्ता की चाहत ने घर में ही आग लगाई
भाई-बहन में धमा-चौकड़ी द्वन्द की राजनीति
बुआ-भतीजे की आपसी नरमी सत्ता की ही बात
तू डाल डाल चले तो मैं चलूँ पात पात
राजनीति में क्या घात क्या प्रतिघात I

चौधरी की चौधराहट से जनता रहती दूर
किसी का साथ किसी के पीछे चलने को मजबूर
छोटे-बड़े भाई के बीच जम गयी जुगलबंदी
एक अकेला लाठी थम कहे नहीं कटेगी नंदी
आरक्षण का जिन्न निकला भगवान के लिए मंदिर
अपना जाल बिछाते सभी हो जनता पर घात
तू डाल डाल चले तो मैं चलूँ पात पात
राजनीति में क्या घात क्या प्रतिघात I

अंग्रेजी लिबास में राजनीति, संग मफलर सवार
पांच नदियों की धारा में पकड़ी तेज रफ़्तार
नयी नवेली दुल्हन सज गयी खन्ना को दे चकमा
भूली-बिसरि याद हैं खन्ना, सत्ता चेलों के हक़ मा
हथेली का चोट है गहरा, लंबा अभ्यास किया
दिन हुए पीढ़ियों के जनता की हो गयी रात
तू डाल डाल चले तो मैं चलूँ पात पात
राजनीति में क्या घात क्या प्रतिघात I

Language: Hindi
311 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राम आधार हैं
राम आधार हैं
Mamta Rani
मैं बंजारा बन जाऊं
मैं बंजारा बन जाऊं
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
“दूल्हे की परीक्षा – मिथिला दर्शन” (संस्मरण -1974)
DrLakshman Jha Parimal
काले काले बादल आयें
काले काले बादल आयें
Chunnu Lal Gupta
*सावन झूला मेघ पर ,नारी का अधिकार (कुंडलिया)*
*सावन झूला मेघ पर ,नारी का अधिकार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
संवेदना (वृद्धावस्था)
संवेदना (वृद्धावस्था)
नवीन जोशी 'नवल'
आज तुझे देख के मेरा बहम टूट गया
आज तुझे देख के मेरा बहम टूट गया
Kumar lalit
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
*ख़ुशी की बछिया* ( 15 of 25 )
Kshma Urmila
"संगठन परिवार है" एक जुमला या झूठ है। संगठन परिवार कभी नहीं
Sanjay ' शून्य'
3320.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3320.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"गुलाम है आधी आबादी"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम पर्याप्त है प्यार अधूरा
प्रेम पर्याप्त है प्यार अधूरा
Amit Pandey
यदि  हम विवेक , धैर्य और साहस का साथ न छोडे़ं तो किसी भी विप
यदि हम विवेक , धैर्य और साहस का साथ न छोडे़ं तो किसी भी विप
Raju Gajbhiye
नशा
नशा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हम पचास के पार
हम पचास के पार
Sanjay Narayan
‘ विरोधरस ‘---5. तेवरी में विरोधरस -- रमेशराज
‘ विरोधरस ‘---5. तेवरी में विरोधरस -- रमेशराज
कवि रमेशराज
■
■ "टेगासुर" के कज़न्स। 😊😊
*Author प्रणय प्रभात*
करगिल के वीर
करगिल के वीर
Shaily
रिश्तों की मर्यादा
रिश्तों की मर्यादा
Rajni kapoor
अपनी स्टाईल में वो,
अपनी स्टाईल में वो,
Dr. Man Mohan Krishna
बता ये दर्द
बता ये दर्द
विजय कुमार नामदेव
पर्दाफाश
पर्दाफाश
Shekhar Chandra Mitra
खुद से मिल
खुद से मिल
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
*मन राह निहारे हारा*
*मन राह निहारे हारा*
Poonam Matia
रसों में रस बनारस है !
रसों में रस बनारस है !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
अंधेरे आते हैं. . . .
अंधेरे आते हैं. . . .
sushil sarna
संघर्ष ज़िंदगी को आसान बनाते है
संघर्ष ज़िंदगी को आसान बनाते है
Bhupendra Rawat
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून।
ताप जगत के झेलकर, मुरझा हृदय-प्रसून।
डॉ.सीमा अग्रवाल
Loading...