चुनावी घोषणा पत्र
दुनिया के महा ठगों को बुलाओ
चुनावी घोषणा पत्र तैयार कराओ
हर अंचल हर वर्ग धर्म जाति सभी को रिझओ
लिख दो सबको बांग्ला गाड़ी देंगे
वोनस में दुनिया की सैर करा देंगे
हुजूर यह तो विपक्षी घोषणा पत्र में शामिल है
तो लिख दो सबको महल और हबाई जहाज देंगे
अंतरिक्ष और पाताल की फ्री सैर देंगे
हिंदू को भगवान से, मुसलमान को अल्लाह से ,
सिखों को वाहे गुरु से ,ईसाई को क्राइस्ट जीसस से
मिलबाएगे
संत पुजारी मौलवियों को स्वर्ग और जन्नत में अबिलंब भिजवाएंगे
कुंवारों की शादी परियों से कराई जाएगी
जिनकी हो गई है ,उन्हें एक दो और दी जाएंगी
बेरोजगार काम धंधों से मुक्त किए जाएंगे
किसान और मजदूरों के घर बिना कुछ करें भर जाएंगे
सरकारी अमले को पावरफुल बनाया जाएगा
जो भी वह कहेगा कानून बन जाएगा
साल में 365 दिन छुट्टी दी जाएगी
जनता 24 घंटे सातों दिन मौज उड़ाएगी
कल कारखाने उद्योग धंधे बंद किए जाएंगे
इनमें लगे हुए लोग बिना काम अच्छी सैलरी पाएंगे
पढ़ाई लिखाई सब बंद कराई जाएगी
स्कूल कॉलेज की बिल्डिंग मनोरंजन घर बनाई जाएगी
बिना पढ़े ही सब होशियार हो जाएंगे वे आसमान से चांद सितारे तोड़ लाएंगे
सारे भ्रष्टाचारी लोभी लंपट काले धंधे में लिप्त सदाचारी
कई बलात्कारों के आरोपी बाल ब्रह्मचारी
अन्य अनैतिक कामों में लगे हुए बड़े-बड़े नामधारी
सबको भारत महारत्न से नवाजा जाएगा
सारे झूठे बेईमानों को महा पद्म विभूषण से सम्मानित किया जाएगा
अन्याय आतंक भय भूख भ्रष्टाचार आम किए जाएंगे
सदियों से यह शोषित हैं, पोषित किए जाएंगे
हुजूर शरीफ पढ़े लिखे बुद्धिजीवी वर्ग को कुछ नहीं लिखा
अरे मूरख घोषणा पत्र देखकर वे इतने डर जाएंगे की बोट डालने ही नहीं आएंगे
और बता कोई छूटा तो नहीं
हुजूर नेता कुछ वरिष्ठ अफसर छूट गए हैं
अरे मूरख उनको क्या जरूरत, वे तो कहीं ना कहीं घुस जाएंगे
हुजूर यह घोषणाएं कब तक पूरी हो जांएगी
हमारे कुर्सी पर बैठते ही सब हो जाएगा
फिर किसकी मजाल जो हमें याद दिलाएगा