चीन का चीनी……!
चीन हो चीनी हो या हो तुम चाइना
सबके नाक में दम किया किसी को समझ तुम आईना।
गलवान पर करते पत्थर बाजी
फिर बनते तुम साधु और काजी।
गिरगिट है तुम्हारा प्रिय मित्र
रंग बदलते जैसे हो चलचित्र।।
अपना मुखोटा अब हटा लो
दुनिया को चेहरा अब दिखा दो।।
समझ में अब तुम आ गए सबके
तुम ना हो घर के और ना ही परके।।।
बिमल रजक
(8002287431)