चिलचिलती धूप
चिलचिलाती धूप
ये धूप है बहारों की ,
ये किरणें है हजारों का ।
ये मौसम है चिलचिलाती ,
यहाँ हवा है खिलखिलाती ।
गर्मी का हुआ आगमन ,
तापमान तो बढ़ता गया ।
धूपों की निकली टोली,
बच्चों में हुई पानी की होली।
आग सा ये हवा ,
भगा गया पानी को ।
पानी का बढ़ा मांग,
लोगो का हुआ कल्याण ।
बर्फ सा ये छाँव ,
भगा गया बेचैनी को।
बेचैनी का बढ़ा दर ,
लोगो हो गया सिरदर्द ।
बच्चे झुम रहे छुट्टी में ,
बगीया में घूम रहे मस्ती में ।
आमों का यह बगीया,
झुम उठा मस्ती मे ।