चिड़ैय।
जजेज क्वार्टर के खिड़की से।
रंग बिरंगी चिड़ैय खिड़की से।
होरी बधाई देत खिड़की से।
होरी शुभकामना देइत खिड़की से।
हृदय मन झकोरैत खिड़की से।
जजेज क्वार्टर के खिड़की से।
रामा मन हुलसित चिड़ैय खिड़की से।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सह साहित्यकार सीतामढ़ी।