चिड़िया
चिड़िया
सुंदर सी काली टोपी है तेरी
श्वेत-श्याम तनधारी चिड़िया ।
तीखा है सुंदर संगीत तुम्हारा
खुश हो चीं-चीं गा ले चिड़िया।
यूं बैठ वृक्ष अमरुद पर मेरे
मन से गीत सुना रे चिड़िया।
नींबू के नीचे जल का बर्तन
भरि-भरि चोंच पी ले चिड़िया।
द्वार है ऊंचा, ऊंचा घेरा है
यहां न बिल्ली आए चिड़िया।
खुश हो ले फुदक-फुदक कर
बेखौफ गीत तूं गा ले चिड़िया।
*************************राजेंद्र प्र गुप्ता, स्वरचित/मौलिक।