चिड़िया की बस्ती
देखी है मैंने आज
चिड़िया की एक बस्ती
जानोगे जब चिड़िया को
सीखोगे जीवन में मस्ती
है जीवन तीन सालों का बस
सीख सौ सालों की मिलती है
देखती है प्यार चिड़ियों का जब
आंखें धन्य महसूस करती है
है नहीं कोई फिक्र उसको
वो वर्तमान में ही जीती है
नहीं इंतज़ार उसको बारिश का
वो ओस की बूंदें पीती है
कोई नहीं कहता उसको
वो खुद ही आशियाना बनाती है
जोड़कर तिनका तिनका
अपना घर फिर वो बसाती है
है नन्हें नन्हें चूज़े उसके
जिन्होंने अभी आंखें खोली नहीं है
मां दाने खिला रही है उनको
चाहे उन्होंने भूख बोली नहीं है
बचाना है अपने बच्चों को उसको
जाने कितने शिकारी ढूंढ रहे है जिन्हें
इसलिए बनाती है घोंसला ऐसी जगह
जहां दुश्मनों से बचा सके वो उन्हें
टूट जाए कभी घरोंधा
विलाप नहीं करती है चिड़िया
नया घर बनाने में जुट जाती है
हौंसला कभी हारती नहीं है चिड़िया।