चिंतन
चिंतन
से मन और मन
से तन प्रभावित
होता है
सकारात्मक
चिंतन
जहाँ उत्साह
व ऊर्जा से
भर देता है
वहीं
नकारात्मक चिंतन
हीन भावना
व निराशा
पैदा कर देता है
अँधेरों के बारे में
सोचोगे
तो अँधेरे दिखेंगे
उजालों का
चिन्तन करोगे
तो उजाले
नव प्रकाश
भर देंगे