Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
46 Followers
Follow
Report Content
18 Jun 2023 · 1 min read
चाहे जितनी हो हिमालय की ऊँचाई
चाहे जितनी हो हिमालय की ऊँचाई
बाप के कंधे से ऊँचा कुछ नहीं है
✍️विमल
Tag:
Quote Writer
Like
Share
101 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
कपड़ों की तरहां मैं, दिलदार बदलता हूँ
gurudeenverma198
3894.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
अगर ना मिले सुकून कहीं तो ढूंढ लेना खुद मे,
Ranjeet kumar patre
पत्नी से पंगा लिया, समझो बेड़ा गर्क ।
sushil sarna
ग़ज़ल --
Seema Garg
बुजुर्गो को हल्के में लेना छोड़ दें वो तो आपकी आँखों की भाषा
DrLakshman Jha Parimal
गीत..
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
*"माँ कात्यायनी'*
Shashi kala vyas
"" *सौगात* ""
सुनीलानंद महंत
"दुनिया के बदलने का कोई ग़म नहीं मुझे।
*प्रणय प्रभात*
सत्य
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
कठिन परिश्रम कर फल के इंतजार में बैठ
Krishna Manshi
"पहचान"
Dr. Kishan tandon kranti
हम बिहारी है।
Dhananjay Kumar
जय संविधान...✊🇮🇳
Srishty Bansal
“अशान्त मन ,
Neeraj kumar Soni
शायरी - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
वो रंगीन स्याही भी बेरंग सी नज़र आयेगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सब्र या धैर्य,
नेताम आर सी
जरूरी तो नहीं - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
जटिलताओं के आगे झुकना
VINOD CHAUHAN
एक दोहा दो रूप
Suryakant Dwivedi
नसीब में था अकेलापन,
Umender kumar
हम उस पीढ़ी के लोग है
Indu Singh
स्वभाव
अखिलेश 'अखिल'
आकाश से आगे
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
उड़ रहा खग पंख फैलाए गगन में।
surenderpal vaidya
*** बचपन : एक प्यारा पल....!!! ***
VEDANTA PATEL
याद हो बस तुझे
Dr fauzia Naseem shad
Loading...