चाहत
तुम हमे, हम तुम्हें यूँ देखते रहे
दो – चार बातें करते रहे
लबो को तुम्हारे चूमते रहे
आँखों में आने ना दे कोई नमी
जिंदगी तेरे दम से चलती रहे!
धूप – छाव चाहे, गम हो खुशी
साथ तेरे हम चलते रहे
तुम कुछ मेरी सुनो
दिल की बातें हमसे दो चार करो
तुम हमे हम तुम्हें यूँ देखते रहे!