Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Sep 2023 · 1 min read

चाहत के ज़ख्म

बहुत गहरे हैं चाहत के ज़ख्म।
कैसे कहें ,कैसे जिंदा है हम।

बेवफाई कर के , चल वो दिये
हम रखे हुए हैं, वफ़ा का भ्रम।

बातों बातों में बात निकली तेरी
ढलकी रुखसारों पर क्यूं शबनम।

शख्स जो धड़कनों में बसता है
उसको‌ बेघर , कैसे करें हम ।

करीब इतने भी तुम न आओ
बिछड़ना है क्या तुझे बरहम।

दर्द दिल के‌,तुमसे‌ कैसे‌ कहे
संभाला आंखों में है तलातुम।

अपनी हर बात बाबस्ता तुमसे
अश्क भी आंख में गये हैं जम।

सुरिंदर कौर

1 Like · 222 Views
Books from Surinder blackpen
View all

You may also like these posts

*स्वतंत्रता आंदोलन में रामपुर निवासियों की भूमिका*
*स्वतंत्रता आंदोलन में रामपुर निवासियों की भूमिका*
Ravi Prakash
मुक्तक काव्य
मुक्तक काव्य
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
रामकृष्ण परमहंस
रामकृष्ण परमहंस
Indu Singh
समझौता
समझौता
Shyam Sundar Subramanian
भक्ति गीत (जय शिव शंकर)
भक्ति गीत (जय शिव शंकर)
Arghyadeep Chakraborty
तन्हा आसमां
तन्हा आसमां
PRATIK JANGID
शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम।
शिव सबके आराध्य हैं, रावण हो या राम।
Sanjay ' शून्य'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
कोशी मे लहर
कोशी मे लहर
श्रीहर्ष आचार्य
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
यक्षिणी-3
यक्षिणी-3
Dr MusafiR BaithA
- बदलते ख्वाब -
- बदलते ख्वाब -
bharat gehlot
हम सब की है यही अभिलाषा
हम सब की है यही अभिलाषा
गुमनाम 'बाबा'
बसा के धड़कन में प्यार तेरा पलक भी सपने सजा रही है ।
बसा के धड़कन में प्यार तेरा पलक भी सपने सजा रही है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
My love at first sight !!
My love at first sight !!
Rachana
हरित - वसुंधरा।
हरित - वसुंधरा।
Anil Mishra Prahari
सबला
सबला
Rajesh
प्यार है इक अहसास
प्यार है इक अहसास
Vibha Jain
वसंत पंचमी की विविधता
वसंत पंचमी की विविधता
Sudhir srivastava
🌸 आशा का दीप 🌸
🌸 आशा का दीप 🌸
Mahima shukla
डर
डर
Rekha Drolia
నీవే మా రైతువి...
నీవే మా రైతువి...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
।।  अपनी ही कीमत।।
।। अपनी ही कीमत।।
Madhu Mundhra Mull
"आँखों पर हरी पन्नी लगाए बैठे लोगों को सावन की संभावित सौगात
*प्रणय*
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
चलो जिंदगी का कारवां ले चलें
VINOD CHAUHAN
सखी
सखी
ललकार भारद्वाज
कई जीत बाकी हैं, कई हार बाकी हैं, अभी तो जिंदगी का सार बाकी
कई जीत बाकी हैं, कई हार बाकी हैं, अभी तो जिंदगी का सार बाकी
पूर्वार्थ
रोला छंद
रोला छंद
seema sharma
चाहत
चाहत
Jalaj Dwivedi
Loading...