” चाय “
चाय
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चाय पियो, फुर्ती लाओ;
आलस को दूर भगाओ।
चाय तो आती बगान से,
पीते हैं सब इसे शान से।
दूध वाली या नींबू वाली,
पीते सब भर-भर प्याली।
सुबह हो चाहे फिर शाम,
मिले ही चाय की दुकान।
चौक- चौराहे या हो मेला,
लगा रहता चाय का ठेला।
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…✍️प्रांजल
……कटिहार।