Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Apr 2017 · 1 min read

!! चाय की चुस्की और अखबार !!

बड़ा गहरा रिश्ता है
तेरा और मेरा
न जाने कब से
चला आ रहा है
तेरे बिना मेरी आँख
नहीं खुलती और
खुलती है तो तेरे
बिना में रह नहीं पाती
इक खबर जिस को
पढने को मन आतुर हो
जाता है, और पत्नी जब
लाकर रखती है
प्याला गर्म गर्म चाय
का , तो मेरी आँख
खुल जाती है
हर सुबह तेरा इन्तेजार
रहता है, जिस
दिन अखबार वाला नहीं
डालता अखबार मेरा
दिन ही बेकार हो जाता है
ऐसा लगता है, जैसे
दोनों की आत्मा एक
दूजे संग जिन्दा है
बस यह रिश्हता तेरा – मेरा
यूं ही चलता रहे
में तुझ को पढता रहूँ
और तून, गर्म गर्म
चुस्की लेती रहे……..

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
621 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
बह्र .... 122 122 122 122
बह्र .... 122 122 122 122
Neelofar Khan
"मुझे हक सही से जताना नहीं आता
पूर्वार्थ
An Evening
An Evening
goutam shaw
दोहा पंचक. . .
दोहा पंचक. . .
sushil sarna
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
मत गुजरा करो शहर की पगडंडियों से बेखौफ
मत गुजरा करो शहर की पगडंडियों से बेखौफ
©️ दामिनी नारायण सिंह
गज़ल क्या लिखूँ मैं तराना नहीं है
गज़ल क्या लिखूँ मैं तराना नहीं है
VINOD CHAUHAN
*ताना कंटक सा लगता है*
*ताना कंटक सा लगता है*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मनांतर🙏
मनांतर🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पढ़ें बेटियां-बढ़ें बेटियां
पढ़ें बेटियां-बढ़ें बेटियां
Shekhar Chandra Mitra
कामचोर (नील पदम् के दोहे)
कामचोर (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
हर किसी पे भरोसा न कर ,
हर किसी पे भरोसा न कर ,
Yogendra Chaturwedi
दियो आहाँ ध्यान बढियाँ सं, जखन आहाँ लिखी रहल छी
दियो आहाँ ध्यान बढियाँ सं, जखन आहाँ लिखी रहल छी
DrLakshman Jha Parimal
परिणति
परिणति
Shyam Sundar Subramanian
बिजी तो हर कोई होता है,लेकिन अगर उनकी लाइफ में आपकी कोई वैल्
बिजी तो हर कोई होता है,लेकिन अगर उनकी लाइफ में आपकी कोई वैल्
Ranjeet kumar patre
'वर्क -ए - ' लिख दिया है नाम के आगे सबके
'वर्क -ए - ' लिख दिया है नाम के आगे सबके
सिद्धार्थ गोरखपुरी
सूरत अच्छी ,नीयत खोटी दर्पण देख रहे हैं लोग ,
सूरत अच्छी ,नीयत खोटी दर्पण देख रहे हैं लोग ,
Manju sagar
ସକାଳ ଚା'
ସକାଳ ଚା'
Otteri Selvakumar
कामना के प्रिज़्म
कामना के प्रिज़्म
Davina Amar Thakral
" प्रार्थना "
Chunnu Lal Gupta
4666.*पूर्णिका*
4666.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
राम आएंगे
राम आएंगे
Neeraj Agarwal
"पसीने का समीकरण"
Dr. Kishan tandon kranti
जमाना खराब है
जमाना खराब है
Ritu Asooja
World Tobacco Prohibition Day
World Tobacco Prohibition Day
Tushar Jagawat
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
44...Ramal musamman maKHbuun mahzuuf maqtuu.a
sushil yadav
ज़िंदगी के तजुर्बे खा गए बचपन मेरा,
ज़िंदगी के तजुर्बे खा गए बचपन मेरा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"श्री शक्ति साधना साहित्य सम्मान" से रूपेश को नवाज़ा गया'
रुपेश कुमार
तू देख, मेरा कृष्णा आ गया!
तू देख, मेरा कृष्णा आ गया!
Bindesh kumar jha
Loading...