Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Nov 2019 · 1 min read

चाचा नेहरू

बच्चों के नेहरु प्यारे चाचा
लाड़ लड़ाते दुलारे चाचा

बाल भाव में बह जाते थे
बच्चों में बच्चे बन जाते थे

जहाँ पर कहीं वो जाते थे
देखकर रुक वहीं जाते थे

बालभाषा खूब समझते थे
देखकर उन्हें खूब हँसते थे

बाल सखा वो बन जाते थे
बाल्यकाल में खो जाते थे

उम्र चाहे उनकी पचपन की
बातें करते थे वो बचपन की

फूल गुलाब पसंद करते थे
बच्चों को फूल समझते थे

जब होता उनका जन्मदिन
बच्चों संग मनाते जन्मदिन

प्रथम प्रधानमंत्री थे देश के
संतरी थे वो बालपरिवश के

उनकी थी यही अंतिम चाह
बच्चों की हो स्वर्णिम राह

जन्मदिन मनाए उस रूप में
केवल बालदिवस के रूप में

जग छोड़ विदा जब होए थे
बच्चें उस दिन बहुत रोए थे

बालप्रेम की एक मिशाल थे
बच्चों के वो सिरजनहार थे

दिल के सच्चे एक इंसान थे
बच्चों के दिल की जान थे

जब भी 14 नवंबर आता है
चाचा नेहरू याद आता है

जब तक सूरज चाँद रहेगा
चाचा नेहरू तेरा नाम रहेगा

सुखविंद्र सिंह मनसीरत

Language: Hindi
1 Like · 231 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"दूसरा मौका"
Dr. Kishan tandon kranti
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई - पुण्यतिथि - श्रृद्धासुमनांजलि
वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई - पुण्यतिथि - श्रृद्धासुमनांजलि
Shyam Sundar Subramanian
जाने वाले बस कदमों के निशाँ छोड़ जाते हैं
जाने वाले बस कदमों के निशाँ छोड़ जाते हैं
VINOD CHAUHAN
*सुनते हैं नेता-अफसर, अब साँठगाँठ से खाते हैं 【हिंदी गजल/गीत
*सुनते हैं नेता-अफसर, अब साँठगाँठ से खाते हैं 【हिंदी गजल/गीत
Ravi Prakash
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
🌹मेरी इश्क सल्तनत 🌹
साहित्य गौरव
बचपन-सा हो जाना / (नवगीत)
बचपन-सा हो जाना / (नवगीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन
चंडीगढ़ का रॉक गार्डेन
Satish Srijan
हवाओं ने पतझड़ में, साजिशों का सहारा लिया,
हवाओं ने पतझड़ में, साजिशों का सहारा लिया,
Manisha Manjari
भ्रमन टोली ।
भ्रमन टोली ।
Nishant prakhar
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
कवि रमेशराज
"दोस्ती का मतलब"
Radhakishan R. Mundhra
आप किसी का कर्ज चुका सकते है,
आप किसी का कर्ज चुका सकते है,
Aarti sirsat
অরাজক সহিংসতা
অরাজক সহিংসতা
Otteri Selvakumar
मानवता और जातिगत भेद
मानवता और जातिगत भेद
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
मातृशक्ति को नमन
मातृशक्ति को नमन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आशा की एक किरण
आशा की एक किरण
Mamta Rani
8-मेरे मुखड़े को सूरज चाँद से माँ तोल देती है
8-मेरे मुखड़े को सूरज चाँद से माँ तोल देती है
Ajay Kumar Vimal
#लघु_कविता
#लघु_कविता
*Author प्रणय प्रभात*
जीवन की अभिव्यक्ति
जीवन की अभिव्यक्ति
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
नीति अनैतिकता को देखा तो,
नीति अनैतिकता को देखा तो,
Er.Navaneet R Shandily
"मुश्किल वक़्त और दोस्त"
Lohit Tamta
कुछ यादें कालजयी कवि कुंवर बेचैन की
कुछ यादें कालजयी कवि कुंवर बेचैन की
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
राम पर हाइकु
राम पर हाइकु
Sandeep Pande
सत्य खोज लिया है जब
सत्य खोज लिया है जब
Buddha Prakash
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
" धरती का क्रोध "
Saransh Singh 'Priyam'
अगर सीता स्वर्ण हिरण चाहेंगी....
अगर सीता स्वर्ण हिरण चाहेंगी....
Vishal babu (vishu)
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
तुम ही सौलह श्रृंगार मेरे हो.....
Neelam Sharma
अबके रंग लगाना है
अबके रंग लगाना है
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
#गणितीय प्रेम
#गणितीय प्रेम
हरवंश हृदय
Loading...