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14 Oct 2024 · 1 min read

चाकरी (मैथिली हाइकु)

चाकरी (मैथिली हाइकु)
१.
सम्मान लोभ
चाकरी करे लोक
अन्ठिहा बने ।
२.
युवा डुबल
चाकरीके बुझैछ
जेना श्रृंगार ।
३.
खूद चाकर
चाकरीमे विभोर
मर्यादा नाघै ।
४.
पेशाके खिल्ली
चाकरीमे उडबै
ठोरपे मुस्कि
५.
बिना चाकरी
कोनो नए प्रगति
युवा बुझैछ ।

दिनेश यादव
(काठमाण्डू, नेपाल)

1 Like · 52 Views
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