Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2022 · 1 min read

चांद है तन्हां

चांद है तन्हां
———
चांद भी है तन्हां, आसमां भी तन्हां,
जहां भी क्यूं है, वीरान और तन्हां।

दिल की हर धड़कन का धक-धक होना,
सांसों का ऐसे चलना, क्यूं है तन्हां।

राह देखेगा जहां, सदियों तक,
छोड़ेंगे एक मिसाल, फिर मन
क्यूं है तन्हां।

पथ में बैठे हुए हैं,दिल अपना
टूटा सजाकर,
एक दिन इसी पथ से,
काश! खुशियां गुजरें।

तुमको भी चाहत है, हमको भी है चाहत ।
फिर हार क्यूं गया दिल,
जब चाहत से गुजरे ।।

कश्मकश में है मन, उलझन है
जीवन में।
उलझन को सुलझाने में, सदियां बिता
हम गुजरे ।।

सागर से गहरी है,चाहत दिलों की,
कोई थाह नहीं इसकी, पैमाने पर
हम गुजरे।।

सुषमा सिंह*उर्मि,,

Language: Hindi
3 Likes · 1 Comment · 122 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Sushma Singh
View all
You may also like:
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
सवाल~
सवाल~
दिनेश एल० "जैहिंद"
श्री रामचरितमानस में कुछ स्थानों पर घटना एकदम से घटित हो जाती है ऐसे ही एक स्थान पर मैंने यह
श्री रामचरितमानस में कुछ स्थानों पर घटना एकदम से घटित हो जाती है ऐसे ही एक स्थान पर मैंने यह "reading between the lines" लिखा है
SHAILESH MOHAN
ओ मां के जाये वीर मेरे...
ओ मां के जाये वीर मेरे...
Sunil Suman
"ज्वाला
भरत कुमार सोलंकी
विश्व कप लाना फिर एक बार, अग्रिम तुम्हें बधाई है
विश्व कप लाना फिर एक बार, अग्रिम तुम्हें बधाई है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*फूलों मे रह;कर क्या करना*
*फूलों मे रह;कर क्या करना*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जीवन में शॉर्ट कट 2 मिनट मैगी के जैसे होते हैं जो सिर्फ दो म
जीवन में शॉर्ट कट 2 मिनट मैगी के जैसे होते हैं जो सिर्फ दो म
Neelam Sharma
आज तुझे देख के मेरा बहम टूट गया
आज तुझे देख के मेरा बहम टूट गया
Kumar lalit
अमृत पीना चाहता हर कोई,खुद को रख कर ध्यान।
अमृत पीना चाहता हर कोई,खुद को रख कर ध्यान।
विजय कुमार अग्रवाल
ऐ ज़िन्दगी!
ऐ ज़िन्दगी!
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सियासत
सियासत
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
⭕ !! आस्था !!⭕
⭕ !! आस्था !!⭕
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
वे वादे, जो दो दशक पुराने हैं
Mahender Singh
"खतरनाक"
Dr. Kishan tandon kranti
एक पुरुष कभी नपुंसक नहीं होता बस उसकी सोच उसे वैसा बना देती
एक पुरुष कभी नपुंसक नहीं होता बस उसकी सोच उसे वैसा बना देती
Rj Anand Prajapati
बच्चा जो पैदा करें, पहले पूछो आय ( कुंडलिया)
बच्चा जो पैदा करें, पहले पूछो आय ( कुंडलिया)
Ravi Prakash
2607.पूर्णिका
2607.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
करवा चौथ@)
करवा चौथ@)
Vindhya Prakash Mishra
हर दुआ में
हर दुआ में
Dr fauzia Naseem shad
दिल से जाना
दिल से जाना
Sangeeta Beniwal
लोग तो मुझे अच्छे दिनों का राजा कहते हैं,
लोग तो मुझे अच्छे दिनों का राजा कहते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
संस्कार का गहना
संस्कार का गहना
Sandeep Pande
गुरु माया का कमाल
गुरु माया का कमाल
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
कोरा कागज और मेरे अहसास.....
Santosh Soni
सुनो . . जाना
सुनो . . जाना
shabina. Naaz
मैंने चांद से पूछा चहरे पर ये धब्बे क्यों।
मैंने चांद से पूछा चहरे पर ये धब्बे क्यों।
सत्य कुमार प्रेमी
अन्याय के आगे मत झुकना
अन्याय के आगे मत झुकना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कांग्रेस की आत्महत्या
कांग्रेस की आत्महत्या
Sanjay ' शून्य'
"तेरी यादों ने दिया
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...