चांद मुख पे धब्बे क्यों हैं आज तुम्हें बताऊंगी।
(चाॅंद की मां का दर्द)
😂😂😂😂😂😂
मुक्तक
चांद मुख पे धब्बे क्यों हैं, आज तुम्हें बताऊंगी।
इसका दर्द सहा है मैंने, अब मैं नहीं छुपाऊंगी।
जन्मा था जब चांद नहीं था टीका ये चेचक वाला,
अगर भेज दें मोदी जी, मैं बेटे को लगवाऊंगी।
………✍️ सत्य कुमार प्रेमी