चांद जमीं पर आकर उतर गया।
वो तशरीफ क्या लाए रंगे महफिल बदल गया।
देखकर हुस्नों शबाब उनका हर दिल मचल गया।।
क्या बताए ताज हम तुमको ये रौनक ए बज्म।
यूं लगे जैसे आज चांद जमीं पर आकर उतर गया।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
वो तशरीफ क्या लाए रंगे महफिल बदल गया।
देखकर हुस्नों शबाब उनका हर दिल मचल गया।।
क्या बताए ताज हम तुमको ये रौनक ए बज्म।
यूं लगे जैसे आज चांद जमीं पर आकर उतर गया।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️