Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Feb 2018 · 1 min read

चाँद मेरा नाराज है

तू ही मेरी दिन है, तू ही मेरी रात है,
तू ही मेरी कल है, तू ही मेरी आज है,
तू ही मेरी सुर है, तू ही मेरी साज है,
तू ही मेरी गीत, और तू मेरी आवाज है,
तू मेरी बसन्त ऋतु, तू ही तो बरसात है,
तू ही तो वसन है मेरी, तू ही सर का ताज है,
रूठ गई है मुझको लगता, मेरा जीवन आज है,
लगता है ये मुझको यारो, चाँद मेरा नाराज है ।।

#vinay_k

Language: Hindi
1 Like · 357 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
किसी भी देश काल और स्थान पर भूकम्प आने का एक कारण होता है मे
किसी भी देश काल और स्थान पर भूकम्प आने का एक कारण होता है मे
Rj Anand Prajapati
ज़िन्दगी की राह
ज़िन्दगी की राह
Sidhartha Mishra
"मंजिलें"
Dr. Kishan tandon kranti
मनुष्य तुम हर बार होगे
मनुष्य तुम हर बार होगे
Harish Chandra Pande
दूसरों का दर्द महसूस करने वाला इंसान ही
दूसरों का दर्द महसूस करने वाला इंसान ही
shabina. Naaz
आलसी व्यक्ति
आलसी व्यक्ति
Paras Nath Jha
दोस्ती की कीमत - कहानी
दोस्ती की कीमत - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
गुरु
गुरु
Rashmi Sanjay
Bundeli Doha - birra
Bundeli Doha - birra
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अंधेरों में अस्त हो, उजाले वो मेरे नाम कर गया।
अंधेरों में अस्त हो, उजाले वो मेरे नाम कर गया।
Manisha Manjari
प्रेम के रंग कमाल
प्रेम के रंग कमाल
Mamta Singh Devaa
तुम्हारी याद आती है मुझे दिन रात आती है
तुम्हारी याद आती है मुझे दिन रात आती है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
गुरु पूर्णिमा पर ....!!!
गुरु पूर्णिमा पर ....!!!
Kanchan Khanna
❤️🌺मेरी मां🌺❤️
❤️🌺मेरी मां🌺❤️
निरंजन कुमार तिलक 'अंकुर'
यूँ ही ऐसा ही बने रहो, बिन कहे सब कुछ कहते रहो…
यूँ ही ऐसा ही बने रहो, बिन कहे सब कुछ कहते रहो…
Anand Kumar
ये मेरा हिंदुस्तान
ये मेरा हिंदुस्तान
Mamta Rani
व्यस्तता
व्यस्तता
Surya Barman
■ आज की ग़ज़ल
■ आज की ग़ज़ल
*Author प्रणय प्रभात*
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
ढ़ूंढ़ रहे जग में कमी
लक्ष्मी सिंह
सोचता हूँ के एक ही ख्वाईश
सोचता हूँ के एक ही ख्वाईश
'अशांत' शेखर
Tum har  wakt hua krte the kbhi,
Tum har wakt hua krte the kbhi,
Sakshi Tripathi
तु आदमी मैं औरत
तु आदमी मैं औरत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हिचकियां
हिचकियां
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
2544.पूर्णिका
2544.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
यहाँ पाया है कम, खोया बहुत है
यहाँ पाया है कम, खोया बहुत है
अरशद रसूल बदायूंनी
*
*"गणतंत्र दिवस"*
Shashi kala vyas
*नेता जी के घर मिले, नोटों के अंबार (कुंडलिया)*
*नेता जी के घर मिले, नोटों के अंबार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ईंट खोदकर नींव की, गिरा दिया निज गेह ।
ईंट खोदकर नींव की, गिरा दिया निज गेह ।
Arvind trivedi
मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है।
मां रिश्तों में सबसे जुदा सी होती है।
Taj Mohammad
ये बात पूछनी है - हरवंश हृदय....🖋️
ये बात पूछनी है - हरवंश हृदय....🖋️
हरवंश हृदय
Loading...