#कुंडलिया//
प्यारे मामा चाँद तुम , आओ घर तुम आज।
आँगन में फिर बैठ कर , करो चाँदनी राज।।
करो चाँदनी राज , चले चरखा दादी का।
नयी कहानी कात , मनोरंजन वादी का।
सुन प्रीतम की बात , जहां से तुम हो न्यारे।
बच्चे पाते स्नेह , चाँद मामा तुम प्यारे।
#आर.एस. ‘प्रीतम’