चाँद और बादल
धुंध की चादर पसरे
धरा रूप निहार सभाले
धूप हो गई है गुलाबी
मौसम अंगराई मारे
बादल श्वेत परिधान पहने
चाँद ओट से झाँके
देखता जमीं के नजारे
मुझ पर डोरे डाले
धुंध की चादर पसरे
धरा रूप निहार सभाले
धूप हो गई है गुलाबी
मौसम अंगराई मारे
बादल श्वेत परिधान पहने
चाँद ओट से झाँके
देखता जमीं के नजारे
मुझ पर डोरे डाले