चाँद…… एक खूबसूरती
शीर्षक – चाँद
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चाँद तुम हो
चाहत और यादों में तुम हो।
दूज पर्व पर चांँद की सोच हो।
जिंदगी में सच की चाहत हो।
जीवन में सोच चाँद सी खूबसूरत हो।
हां हमारे साथ तुम्हारे एहसास हो।
सच इश्क संग मोहब्बत हो।
आधुनिक तुम हो।
चाँद सी तुम हो।
मन भावों में हो।
चाँद वो हो।
चांँद हो
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नीरज कुमार अग्रवाल चंदौसी उ.प्र