Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 May 2024 · 1 min read

चाँदनी रातों में बहार-ए-चमन,

चाँदनी रातों में बहार-ए-चमन,
मस्तानी हवाओं ने यूं शोर मचाई!!
चाँद सितारों को भी घेर लिया जिसने,
उठा दिलों के सजदों को जिंदगी बनाई।

©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”

32 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
Bad in good
Bad in good
Bidyadhar Mantry
🌲दिखाता हूँ मैं🌲
🌲दिखाता हूँ मैं🌲
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
जोकर
जोकर
Neelam Sharma
नहीं-नहीं प्रिये!
नहीं-नहीं प्रिये!
Pratibha Pandey
ओ जोगी ध्यान से सुन अब तुझको मे बतलाता हूँ।
ओ जोगी ध्यान से सुन अब तुझको मे बतलाता हूँ।
Anil chobisa
मेरी चाहत रही..
मेरी चाहत रही..
हिमांशु Kulshrestha
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
शायर देव मेहरानियां
जिंदगी के लिए वो क़िरदार हैं हम,
जिंदगी के लिए वो क़िरदार हैं हम,
Ashish shukla
यदि मन में हो संकल्प अडिग
यदि मन में हो संकल्प अडिग
महेश चन्द्र त्रिपाठी
ज़ख़्म ही देकर जाते हो।
ज़ख़्म ही देकर जाते हो।
Taj Mohammad
जो उसके हृदय को शीतलता दे जाए,
जो उसके हृदय को शीतलता दे जाए,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
दोहा मुक्तक
दोहा मुक्तक
sushil sarna
एक रूपक ज़िन्दगी का,
एक रूपक ज़िन्दगी का,
Radha shukla
24/241. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/241. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुक्तक-विन्यास में रमेशराज की तेवरी
मुक्तक-विन्यास में रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
ख़्वाब टूटा
ख़्वाब टूटा
Dr fauzia Naseem shad
Maine
Maine "Takdeer" ko,
SPK Sachin Lodhi
एक बार हीं
एक बार हीं
Shweta Soni
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
VINOD CHAUHAN
धरती के भगवान
धरती के भगवान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
Rajendra Kushwaha
এটি একটি সত্য
এটি একটি সত্য
Otteri Selvakumar
मन में रखिए हौसला,
मन में रखिए हौसला,
Kaushal Kishor Bhatt
"उई मां"
*प्रणय प्रभात*
श्री राम एक मंत्र है श्री राम आज श्लोक हैं
श्री राम एक मंत्र है श्री राम आज श्लोक हैं
Shankar N aanjna
दो जून की रोटी
दो जून की रोटी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
जो  रहते हैं  पर्दा डाले
जो रहते हैं पर्दा डाले
Dr Archana Gupta
बादल और बरसात
बादल और बरसात
Neeraj Agarwal
“दुमका दर्पण” (संस्मरण -प्राइमेरी स्कूल-1958)
“दुमका दर्पण” (संस्मरण -प्राइमेरी स्कूल-1958)
DrLakshman Jha Parimal
Loading...