चाँदनी खिलने लगी, मुस्कुराना आपका
चाँदनी खिलने लगी, मुस्कुराना आपका
देखकर खुश हैं सभी, दिल लुभाना आपका
है वो क़िस्मत का धनी, आपका जो हो गया
चाँद भी चाहे यहाँ, साथ पाना आपका
ख़ूब ये महफ़िल सजी, झूमने आये सभी
दिल को मेरे भा गया, गुनगुनाना आपका
आपको कैसे कहूँ, देखकर मदहोश हूँ
गूंजती शहनाई पर, खिलखिलाना आपका
जी लगाकर ही सदा, जब कहा उसने कहा
जी चुराकर ले गया, जी लगाना आपका