चल रहा मतदान __ घनाक्षरी
मच रहा घमासान चल रहा मतदान।
परेशान मतदाता समझ ना पाए रे।।
इसे चुनूं उसे चुनूं किसको मैं वोट करूं।
खाई चोंट कई बार समझ ना आए रे।।
वादों की तो पोटली खोल दी है सबने ही।
होंगे कैसे पूरे ये कोई तो समझाए रे।।
किसी को तो चुनूंगा मिला अधिकार मुझे।
अच्छे सच्चे काम हो अनुनय बताए रे।।
राजेश व्यास अनुनय