चल चित्र का संसार
चलो चलें एक यात्रा पर,
सिनेमा की दुनिया में खो जाएं।
कहानियों की उड़ान भरें,
जीवन को बहु सतरंगी बनाएं।
दृश्य जो दिखते हैं आँखों को,
कप्ल्निक दुनिया की उड़ान भरा देते हैं।
हसीन मुखौटा जो लगाते हैं अभिनेता,
पूरी दुनिया को उन्मुक्तता दे, सत्य से बैर करा देते हैं ।
एक फिल्म है -कितनी कहानियों का संगम,
रोमांच से भरपूर है इनका हर पृष्ठ।
हर दृश्य विलक्षण, हर घटना आकर्षक
कर देते हैं सबको संतुष्ट !
कोई भगवान् का करे पूजन ,
कहीं नव चेतना सृजन
कोई चल चित्र अति अभद्र ,
कोई करदे हमे निःशब्द
अक्ल की बात तो ये है लाल-
कि ये है तो बस भ्रम जाल !