चलो मनाएँ ईद हम
चलो मनाएँ ईद हम,सबको लेकर साथ!
भुला पुरानी दुश्मनी, ले हाथों मे हाथ! !
सीमा खुशियों की सभी,गई तुरत वो फाँद!
आया जैसे ही नजर,…..उसे ईद का चाँद! !
रही हमेशा देश को, यही मित्र उम्मीद!
ईद मनाएँ शाथ मे, हरिया और हमीद!!
रमेश शर्मा
चलो मनाएँ ईद हम,सबको लेकर साथ!
भुला पुरानी दुश्मनी, ले हाथों मे हाथ! !
सीमा खुशियों की सभी,गई तुरत वो फाँद!
आया जैसे ही नजर,…..उसे ईद का चाँद! !
रही हमेशा देश को, यही मित्र उम्मीद!
ईद मनाएँ शाथ मे, हरिया और हमीद!!
रमेश शर्मा