चलो चलो तुम अयोध्या चलो
(शेर)- आवो चले दर्शन करने , हम प्रभु श्री राम के।
सच्चे मन से गाते चलो, गीत प्रभु श्री राम के।।
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चलो चलो तुम अयोध्या चलो।
राम के दर्शन को अयोध्या चलो।।
जय श्री राम, जय श्री राम, जय श्री राम,जय श्री राम।
एक स्वर में यह गाते अयोध्या चलो।।
चलो चलो तुम ———————-।।
हम सबके प्राणों में बसे हैं श्री राम।
उद्धार करेंगे हम सभी का श्री राम।
श्री राम के बिना जीवन किस काम का।
हम सबका मालिक है प्रभु श्री राम।।
पाने को आशीर्वाद अयोध्या चलो।
राम के दर्शन को अयोध्या चलो।।
(जय श्री राम, जय श्री राम, जय श्री राम,जय श्री राम)
चलो चलो तुम ———————।।
सबके जीवन के आदर्श श्री राम है।
दया करुणा के प्रतीक श्री राम है।।
माता पिता के आदर्श पुत्र राम है।
आदर्श पति और भाई श्री राम है।।
राम के मंदिर को अयोध्या चलो।
राम के दर्शन को अयोध्या चलो।।
(जय श्री राम, जय श्री राम, जय श्री राम,जय श्री राम)
चलो चलो तुम——————-।।
प्रभु राम का अपमान हम नहीं सहेंगे।
प्रभु राम के लिए जान भी हम देंगे।।
भारत का गौरव और सम्मान राम है।
हम राम का सम्मान नहीं मिटने देंगे।।
लेकर ध्वज राम का अयोध्या चलो।
राम के दर्शन को अयोध्या चलो।।
(जय श्री राम, जय श्री राम,जय श्री राम, जय श्री राम)
चलो चलो तुम——————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला-बारां(राजस्थान)