चलु,चले खेले होली
पाहुन कत मिलत एहन सौभाग्य यो,
चलु , खेले होली
एत ना खेलने त कत खेलवे फगुआ,
श्याम तन पे चढत रंग नइ कोनो,
चलु लगाएल जाएत अहाँ के यो,
मिथिला के रोली,
पाहुन चलु खेले यो होली ,
ऐना लाजाएवे ते केना चलिते यो,
खेलवे हम होली चारो भइया के संग म,
पाहुन मिलत नइ कतो एहन रंग यो,
चलु चले खेले होली।
हमरा से ना खेलवे तँ कोनो बात नइ,
खेलु सिया के संग यो
चलु चले खेले होली
(Maithili language)