!! चलन और वक्त !!
!! एक !!
चलन जिंदगी का बदलना पड़ेगा,
बाहर संभल कर निकलना पड़ेगा।
मिजाज-ए-हवा अब बिगड़ने लगी है,
चेहरे को ढक करके चलना पड़ेगा।
!! दो !!
वक्त बुरा है कट जाएगा,
काला बादल छँट जाएगा।
कुछ दिन घर के अंदर ठहरो,
लॉकडाऊन भी हट जाएगा।
दीपक “दीप” श्रीवास्तव