चमचे हैं तैयार
थाम कुदालें हाथ में, फोटो रहे खिंचाय।
हो जनता ऐसी जहाँ,मुखिया नित मुस्काय।।
मुखिया नित मुस्काय,न आवै कोई बाधा।
करते चमचे राज, बने जब जनता राधा।।
हैं ऐसे हालात, न बोलो कुछ भी भाई।
चमचे हैं तैयार, करेंगे हाथा -पाई।।
✍️जटाशंकर”जटा”