चमक वह जो तमस् मिटा दे
डरे से, सहमे हुए,
तारों के सितारे,
प्रकाश के फैलाये हुए,
ये नेता, अभिनेता,
बरकत को कोसते हुए,
छुपे हुए अंधकार में,
इन्हें कौन हीरा समझे,
कौन इन्हें हीरा कहे..
छुपाये छुप जाते हैं,
कौन इन्हें स्व प्रदीप्त कहे .।
Mahender Singh