चमक दमक की दुनिया
कहीं खो न जाना तुम
इस चमक दमक की दुनिया में
जाने कितने राज़ है छुपे
इस चमक दमक की दुनिया में।।
जैसा दिखता है वैसा
होता कुछ भी नहीं है यहां
सबकुछ नकली होता है
इस चमक दमक की दुनिया में।।
किसी के चेहरे की मुस्कान पर
मत जाओ तुम यहां पर
कोयला भी चमकता है
इस चमक दमक की दुनिया में।।
चेहरे के पीछे के गम
देख नहीं पाते है हम चमक में
जाने कितने परदे लगे है
इस चमक दमक की दुनिया में।।
दूर से लगता बहुत अच्छा है
इस चमक दमक की दुनिया में
पास जाकर लगता है क्या रखा है
इस चमक दमक की दुनिया में।।
हर कोई आकर्षित होता है
इस चमक दमक की दुनिया में
जाने कहां फिर खो जाता है
इस चमक दमक की दुनिया में।।
चले भी गए तो रह नहीं पाओगे
इस चमक दमक की दुनिया में
अपनापन तो होता ही नहीं
इस चमक दमक की दुनिया में।।
देखा है बहुत कुछ हमने
लेकिन किसी की भी ज़िंदगी
संवरते नहीं देखी है हमने
इस चमक दमक की दुनिया में।।
देखने में लगता बहुत अच्छा है
लेकिन पास जाकर पता चलता है
कहीं कहीं तो घनघोर अंधेरा है
इस चमक दमक की दुनिया में।।
छोड़ो इसे, अब आ जाओ
तुम अपनो की दुनिया में
जो न मिले कहीं, वो सुकून मिलता है
देखो अपनो की दुनिया में।।