चन्द्रघन्टा
नवदुर्गा
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परम शान्तिदायक कल्याणी,
तन है सुन्दर स्वर्ण समान।
तृतीय चन्द्रघन्टा देवी का,
नैसर्गिक है रूप महान।
दस हाथों में अस्त्र शस्त्र हैं,
युद्ध हेतु रहती तैयार।
सिंहवाहिनी मां का अर्चन,
करता हर एश्वर्य प्रदान।
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©सुरेन्द्रपाल वैद्य