चंद शेर
बड़ा अज़ीब मिज़ाज़ है इन शहरों का
हवा आती नहीं, साँस ले नहीं सकते …
#बृज
कभी पास आकर सुन लो मेरे दर्द की आह..
यूँ मीलों दूर से पूछोगे तो खैरियत ही कहूंगा …
——–
#बृज
बड़ा अज़ीब मिज़ाज़ है इन शहरों का
हवा आती नहीं, साँस ले नहीं सकते …
#बृज
कभी पास आकर सुन लो मेरे दर्द की आह..
यूँ मीलों दूर से पूछोगे तो खैरियत ही कहूंगा …
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#बृज