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17 Mar 2024 · 1 min read

*चंदा दल को दीजिए, काला धन साभार (व्यंग्य कुंडलिया)*

चंदा दल को दीजिए, काला धन साभार (व्यंग्य कुंडलिया)
_______________________
चंदा दल को दीजिए, काला धन साभार
आजादी के बाद से, यह ही चला विचार
यह ही चला विचार, चले धन काले से दल
काले धन की कीच, दिखे सत्ता दल मल-मल
कहते रवि कविराय, करो मत धंधा मंदा
काले हों सब नोट, श्वेत में कैसा चंदा
_______________________
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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