चंदा की डोली
जब तक उसके लिए
कुछ फूल चुनता मैं,
किसी और ने उसे
माला पहना दी!
कब तक मेरी राह
आख़िर देखती वह
मैंने ही लौटने में
बहुत देर लगा दी!!
Shekhar Chandra Mitra
जब तक उसके लिए
कुछ फूल चुनता मैं,
किसी और ने उसे
माला पहना दी!
कब तक मेरी राह
आख़िर देखती वह
मैंने ही लौटने में
बहुत देर लगा दी!!
Shekhar Chandra Mitra