Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2023 · 1 min read

घुमंतू की कविता #1

पंचभूत की धूनी में जब
रहा कहीं रमा हुआ ये चित्त मेरा,
पंचभूत की ज्योति से तब
पूर्णतः भस्म हुआ ये चित्त मेरा।

यहां गया वहां गया, जाने कहां कहां गया,
ये देखा वो देखा खुद को देखा खुद में खोया।

ये कहता वो कहता, कौन जाने क्या कहता,
उसने कहा मैंने सुना और मैं सत्य का हो गया।

पंचभूत की धूनी में जब
रहा नहीं रमा हुआ ये चित्त मेरा,
पंचभूत की ज्योति से तब
पूर्ण उन्मुक्त हुआ ये चित्त मेरा।

~ रचयिता – राजीव भाई घुमंतू

पढ़ने और पसंद करने के लिए धन्यवाद

372 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
कलयुग के बाबा
कलयुग के बाबा
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
The Present War Scenario and Its Impact on World Peace and Independent Co-existance
The Present War Scenario and Its Impact on World Peace and Independent Co-existance
Shyam Sundar Subramanian
4405.*पूर्णिका*
4405.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रंग प्यार का
रंग प्यार का
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
महाकाव्य 'वीर-गाथा' का प्रथम खंड— 'पृष्ठभूमि'
महाकाव्य 'वीर-गाथा' का प्रथम खंड— 'पृष्ठभूमि'
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
प्रभु भक्ति में सदा डूबे रहिए
प्रभु भक्ति में सदा डूबे रहिए
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
सच्चे होकर भी हम हारे हैं
सच्चे होकर भी हम हारे हैं
नूरफातिमा खातून नूरी
गलतियां हमारी ही हुआ करती थी जनाब
गलतियां हमारी ही हुआ करती थी जनाब
रुचि शर्मा
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
“दोस्त हो तो दोस्त बनो”
DrLakshman Jha Parimal
अक्षर ज्ञान नहीं है बल्कि उस अक्षर का को सही जगह पर उपयोग कर
अक्षर ज्ञान नहीं है बल्कि उस अक्षर का को सही जगह पर उपयोग कर
Rj Anand Prajapati
गिरमिटिया मजदूर
गिरमिटिया मजदूर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
ଅହଙ୍କାର
ଅହଙ୍କାର
Bidyadhar Mantry
प्यार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता
Surinder blackpen
ज़माना हक़ीक़त
ज़माना हक़ीक़त
Vaishaligoel
करवाचौथ
करवाचौथ
Dr Archana Gupta
*दादू के पत्र*
*दादू के पत्र*
Ravi Prakash
वक्त आने पर भ्रम टूट ही जाता है कि कितने अपने साथ है कितने न
वक्त आने पर भ्रम टूट ही जाता है कि कितने अपने साथ है कितने न
Ranjeet kumar patre
#futuretechinnovative
#futuretechinnovative
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कर्मफल भोग
कर्मफल भोग
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
छोड़ जाते नही पास आते अगर
छोड़ जाते नही पास आते अगर
कृष्णकांत गुर्जर
जब मेरा अपना भी अपना नहीं हुआ, तो हम गैरों की शिकायत क्या कर
जब मेरा अपना भी अपना नहीं हुआ, तो हम गैरों की शिकायत क्या कर
Dr. Man Mohan Krishna
"ये आशिकी"
Dr. Kishan tandon kranti
आस्था
आस्था
Adha Deshwal
दो शब्द सही
दो शब्द सही
Dr fauzia Naseem shad
"ईद-मिलन" हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
*कहां किसी को मुकम्मल जहां मिलता है*
*कहां किसी को मुकम्मल जहां मिलता है*
Harminder Kaur
पुनर्जागरण काल
पुनर्जागरण काल
Dr.Pratibha Prakash
यार ब - नाम - अय्यार
यार ब - नाम - अय्यार
Ramswaroop Dinkar
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
Loading...