घिरा अगर तू
घिरा है अगर तू कहीं आफतों से
दुआएँ बचाए तुझे हादसों से
डगर राजनीतिक कठिन हो गयी है
पड़े है बँधे लोग कुर्सियों से
करे वो बुराई विरोधी दलों की
बने ही रहेगें सदा सुर्खियों से
सियासत सिहासन डटे आज ऐसे
खबर है न उनको तनिक मैकदों से
अगर वो उखाड़े जड़ो को पुरानी
निकाले गए है अनेक अब पदों से