घाव चाहे शरीर को मिले या मन को
घाव चाहे शरीर को मिले या मन को
दोनों ही बुरे हैं शरीर के घाव भर जाते हैं
लेकिन मन के घाव कभी नहीं भरते हैं
ऐसे लोगों से दूर रहना ही उचित है जो आपको
मन, वचन और कुकर्मों से प्रताड़ित करते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे
घाव चाहे शरीर को मिले या मन को
दोनों ही बुरे हैं शरीर के घाव भर जाते हैं
लेकिन मन के घाव कभी नहीं भरते हैं
ऐसे लोगों से दूर रहना ही उचित है जो आपको
मन, वचन और कुकर्मों से प्रताड़ित करते हैं
_ सोनम पुनीत दुबे