घाटी- ए -कश्मीर
घाटी- ए -कश्मीर में,होगा अब अनुराग।
मोदी जी ने धो दिये, इसके गहरे दाग।।
इसके गहरे दाग, तीन सौ सत्तर धारा।
कुचल दिये सब नाग,हटा आतंकी सारा।
बहे नहीं अब रक्त, रहे कुसुमित ये माटी।
केशर महके नित्य, भरे खुश्बू से घाटी ।।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली