घर
घर एक प्यार का मंदिर है,
माता-पिता इसमें भगवान।
रखना सदा प्रसन्न इन्हें तुम,
चरणों में इनके चारों धाम।।
🌻🌻🌻🌻🌻
रचना- मौलिक एवं स्वरचित
निकेश कुमार ठाकुर
गृह जिला- सुपौल (बिहार)
संप्रति- कटिहार (बिहार)
सं०- 9534148597
घर एक प्यार का मंदिर है,
माता-पिता इसमें भगवान।
रखना सदा प्रसन्न इन्हें तुम,
चरणों में इनके चारों धाम।।
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रचना- मौलिक एवं स्वरचित
निकेश कुमार ठाकुर
गृह जिला- सुपौल (बिहार)
संप्रति- कटिहार (बिहार)
सं०- 9534148597